संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है और राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में कहा है कि मंहगाई रोकना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है...अब मंहगाई काम करने को सरकार ने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल कर लिया.....पर अभी तक सरकार क्या कर रही थी? मंहगाई रोकने के लिए.......पवार जी तो ज्योतिषियों, नजूमियों पर अपनी जवाबदारी टाल गए थे.......इधर हमारे ज्योतिषियों ने मामला फिर परवर जी सर पर पटक दिया कि हम कोई कृषि मंत्री या खाद्य मंत्री नहीं हैं जो बता सकें कि मंहगाई कब कम होगी....मुई मंहगाई ना हुयी.......फुटबाल हो गयी है........लातें चल रही हैं है लेकिन गोल नहीं हो रहा है.....बन्दर वाली खाज हो गयी है........जब जरुरत पड़े खुजा कर जख्म हरे कर दो............अब मैं ललित शर्मा आपको ले चलता हूँ आज की चिट्ठाकार चर्चा पर..................
हमारी आज कि चर्चा में शामिल यशस्वी चिट्ठाकार हैं राजकुमार ग्वालानी जी...ब्लाग जगत का एक जाना माना बारूदी सुरंग ब्लास्ट करने वाला नामी व्यक्तित्व.......पिछले दिनों....इनके ब्लाग की एक हजारवीं पोस्ट थी और लाख चाहने पर भी मैं इन पर नहीं लिख पाया था.....आज बहुत ही ख़ुशी की बात है कि इनके ब्लाग राजतन्त्र का जन्मदिन है.........और मैं बधाई स्वरूप यह पोस्ट लगा रहा हूँ.......आज इनके ब्लाग राजतन्त्र और खेलगढ़ को मिला कर ११००वी पोस्ट हो गयी है........ राजतंत्र पर इनकी पहली पोस्ट २५ फरवरी २००९ की दिख रही है....
प्रोफाइल पर कुछ इस तरह इनका परिचय है.........
राजकुमार ग्वालानी
- उम्र: 43
- लिंग: पुरुष
- खगोलीय राशि: मकर
- राशि वर्ष: घोड़ा
- व्यवसाय: पत्रकारिता
- स्थान: रायपुर : छत्तीसगढ़ : भारत
मेरे बारे में
पत्रकारिता सॆ करीब दो दशक से जुड़ा हूं। वैसे मैंने लंबे समय तक देश की कई पत्र-पत्रिकाऒ में हर विषय में लेख लिखे हैं। मैंने दो बार उत्तर भारत की सायकल यात्रा भी की है। रायपुर कॆ प्रतिष्ठित समाचार पत्र देशबन्धु में 15 साल तक काम किया है। वर्तमान में मैं रायपुर कॆ सबसे प्रतिष्ठित समाचार पत्र में एक पत्रकार कॆ रूप में काम कर रहा हूं।
राजतन्त्र पर पहली पोस्ट........२५ फरवरी २००९
Wednesday, February 25, 2009
कुम्भ की मेजबानी में भी छत्तीसगढ़ नंबर वन
छत्तीसगढ़ का नाम आज राजिम कुम्भ की मेजबानी में नंबर वन पर आ गया है। छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एक मात्र राज्य है जहां पर हर साल कुम्भ का आयोजन होता है। अब यह बात अलग है कि राजिम कुम्भ को कुम्भ कहने से कुछ लोगों को आपत्ति होती है, लेकिन देश के महान साधु-संतों ने जरूर इसको देश के पांचवें कुम्भ का नाम दे दिया है। वैसे राजिम को कुम्भ कहने से किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। अगर देश में एक और कुम्भ प्रारंभ हुआ है और वह भी एक ऐसा कुम्भ जहां पर हर साल देश भर के साधु-संतों का जमावड़ा लगता है तो इसमें बुरा क्या है। वैसे राजिम को कुम्भ का दर्जा दिलाने में सबसे बड़ा हाथ प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार और उसके मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के साथ पयर्टन- संस्कृति मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का है। आज देश का ऐसा कोई साधु-संत नहीं होगा जो इन दोनों को नहीं जानता होगा। राजिम की नगरी पुराने जमाने से साधु-संतों की नगर रही है। यहां पर लोमष ऋषि का आश्रम है। इसी आश्रम में आकर देश के नागा साधुओं को जो सकुन और चैन मिलता है, वैसा उनको कहीं नहीं मिलता है। सारे साधु-संत एक स्वर में इस बात को मानते हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जैसा काम राजिम कुम्भ के लिए किया है वैसा देश में किसी और राज्य की सरकार ने नहीं किया है। ऐसे में क्यों न सरकार की तारीफ हो।
राजतन्त्र कि अद्यतन पोस्ट.........
Tuesday, February 23, 2010
राजतंत्र के जन्म दिन के साथ हो गई 1100 पोस्ट
चलिए हमने अपने वादे के मुताबिक राजतंत्र के जन्म दिन पर आज अपनी पोस्ट का आंकड़ा 1100 तक पहुंचा ही दिया। हमें मालूम है कि इसके पहले संभवत: एक और ब्लाग अदालत ने एक साल में 1100 पोस्ट का आंकड़ा प्राप्त किया था। लेकिन हमने 1100 का आंकड़ा एक ब्लाग में नहीं बल्कि अपने दो ब्लाग में प्राप्त किया है।ब्लाग जगत में हमने पिछले साल 3 फरवरी को खेलगढ़ और राजतंत्र के माध्यम से कदम रखा था। खेलगढ़ में इसी दिन से लिखने की शरुआत की थी लेकिन राजतंत्र में हमने पहली पोस्ट आज के दिन यानी 23 फरवरी को लिखी थी। आज हमारे इस दूसरे ब्लाग के जन्मदिन के साथ ही हमारी 1100 पोस्ट पूरी हो गई है। आशा है हमें ब्लाग बिरादरी के साथ पाठकों का प्यार इसी तरह से मिलते रहेंगे।
अखिल भारतीय स्वर्ण कप नेहरू हॉकी में साई भोपाल और बीआरसी दानापुर की टीमें अपने-अपने मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई हैं। भोपाल ने तमिलनाडु पुलिस चेन्नई को १-० और बीआरसी दानापुर ने ङाारखंड पुलिस को २-० से मात दी। एक अन्य मैच में बिहार पुलिस पटना ने जिंदल स्टील रायगढ़ को २-१ से मात दी। स्पर्धा में कल एक प्रीक्वार्टर फाइनल मैच के साथ चारों क्वार्टर फाइनल मैच खेले जाएंगे।
एथलेटिक क्लब द्वारा नेताजी स्टेडियम में आयोजित स्पर्धा में पहला मैच आज बिहार पुलिस पटना और जिंदल स्टील रायगढ़ के बीच खेला गया। इस मैच में पहला गोल रायगढ़ के एम. सोरेन ने खेल के ११वें मिनट में किया। इस गोल के दो मिनट बाद ही पटना के सुधीर केरकेटा ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिला दी। पहले हॉफ में मुकाबला १-१ से बराबर रहा। मैच के दूसरे हॉफ के दूसरे ही मिनट में सुधीर ने फिर से एक गोल दाग दिया और अपनी टीम को २-१ से आगे कर दिया। अंत में मैच का फैसला इसी स्कोर पर हुआ और पटना ने मैच जीतकर अंतिम १६ में स्थान बना लिया। मैच में रायगढ़ को १० पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन एक भी गोल में नहीं बदला जा सका। अब पटना का कल बीईसी रूड़की से मुकाबला होगा।
खेलगढ़ की अद्यतन पोस्ट.........
भोपाल, दानापुर क्वार्टर फाइनल में
एथलेटिक क्लब द्वारा नेताजी स्टेडियम में आयोजित स्पर्धा में पहला मैच आज बिहार पुलिस पटना और जिंदल स्टील रायगढ़ के बीच खेला गया। इस मैच में पहला गोल रायगढ़ के एम. सोरेन ने खेल के ११वें मिनट में किया। इस गोल के दो मिनट बाद ही पटना के सुधीर केरकेटा ने गोल करके अपनी टीम को बराबरी दिला दी। पहले हॉफ में मुकाबला १-१ से बराबर रहा। मैच के दूसरे हॉफ के दूसरे ही मिनट में सुधीर ने फिर से एक गोल दाग दिया और अपनी टीम को २-१ से आगे कर दिया। अंत में मैच का फैसला इसी स्कोर पर हुआ और पटना ने मैच जीतकर अंतिम १६ में स्थान बना लिया। मैच में रायगढ़ को १० पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन एक भी गोल में नहीं बदला जा सका। अब पटना का कल बीईसी रूड़की से मुकाबला होगा।
राजकुमार जी को ११०० पोस्ट होने पर हमारी तरफ से ढेर सारी बधाई...........
चर्चा को देता हूँ विराम..............आपको ललित शर्मा का राम-राम
6 टिप्पणियाँ:
ललित जी,
इतना प्यार और सम्मान देने के लिए हम आपके तहेदिल से आभारी हैं। आशा है यही प्यार और स्नेहर हमेशा बनाए रखेंगे।
राजकुमार जी कौन नहीं जानता , इनसे मिलकर बहुत बढ़िया लगा , ललित भईया आभार आपका ।
राजकुमार गवलानी जी को बहुत बहुत बधाई उनकी 1100वीं पोस्ट के लिये उनके बारे मे जान कर बहुत अच्छा लगा और आपका ये प्रयास भी सराहणीय है धन्यवाद
बहुत अच्छा लगा राजकुमार ग्वालानी से मिलकर!
nice
आप दोनों इस के लिए प्रशंसा के पात्र है
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