कल २४ जनवरी को छत्तीसगढ़ के ब्लोगर रायपुर में मिले. सभी का एक दुसरे से रु-ब-रु परिचय हुआ. बहुत आनंद आया. आज ब्लाग जगत लोकतंत्र का पांचवां खम्बा बनने जा रहा है. ब्लाग जगत के सामने क्या चुनौतियाँ होंगी? भविष्य में तथा इसका निराकरण क्या होगा?. एक ब्लागर की जिम्मेदारियां क्या हैं? देश और समाज के सामने, इस पर गहन चिंतन करना है. आगे होने वाली बैठकों में. यह एक बहुत बड़ा मुद्दा है. इस पर विचार कर समाधान ढूँढना अत्यावश्यक है. ब्लाग जगत मौज लेने की जगह नहीं है. इसका सार्थक उपयोग करना आवश्यक है. अब मै ललित शर्मा आपको ले चलता हूँ आज की चिट्ठाकार-चर्चा पर..........
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हमारे आज के चिट्ठाकार हैं जांजगीर (छत्तीसगढ़ ) निवासी चिट्ठाकार राकेश जाज्वल्य. इनके ब्लाग का नाम राकेश जाज्वल्य है. इस ब्लाग पर राकेश जी अपनी कवितायेँ लिखते हैं. राकेश जी ब्लाग जगत में मई २००९ से हैं तथा सक्रिय ब्लोगर हैं. जो कविताओं,गजल के माध्यम से अपनी बात कहते हैं. मन के सागर में उमड़ती घुमड़ती विचारों की लहरों को लेखनी के माध्यम से धरातल पर उतारते हैं. हम चिट्ठाकार चर्चा में इनका स्वागत करतेहैं.
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राकेश जी अपनी प्रोफाइल पर कुछ इस तरह अपने विषय में कहते हैं.
RAKESH JAJVALYAमेरे बारे मेंकविताओं के माध्यम से खुद को जानने - पहचानने की प्रक्रिया भी जारी है ........
रुचिपसंदीदा मूवी्स
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गुरुवार २८ मई २००९ को इनकी पहली पोस्ट............
बचपन है नींदें है
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राकेश जी की अद्यतन पोस्ट बुधवार 20 जनवरी 2010
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अब देते हैं चिट्ठाकार-चर्चा को विराम-सभी को ललित शर्मा का राम राम
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5 टिप्पणियाँ:
राकेश जी को शुभकामनाये और आपको गणतंत्र दिवस की वधाई !
राकेश भाई का स्वागत; उनके ब्लाग के पोस्टों की जानकारी मेल से मिलती रहती है; आपने उनसे परिचय कराया इसके लिये धन्यवाद ललित भाई.
आभार मिलवाने का. अच्छा लगा.
राकेश जी से मुलाकात अच्छी रहेगी.
कवितायें अच्छी हैं
राकेश जी से मुलाकत बहुत अच्छी लगी । ललित जी मिलवाने के लिए बहुत बहुत आभार
अजय कुमार झा
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